Shantanu Naidu एक भारतीय उद्यमी, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्हें टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के साथ घनिष्ठ संबंध के लिए जाना जाता है। नायडू को अक्सर टाटा के निजी सहायक के रूप में उनके काम और सामाजिक भलाई के उद्देश्य से की गई पहल के लिए पहचाना जाता है।
शांतनु नायडू के बारे में मुख्य बातें:
Education: वह प्रशिक्षण से एक इंजीनियर हैं और उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से एमबीए पूरा किया है।
Work with Ratan Tata: टाटा समूह के तहत एक डिजाइन कंपनी टाटा एलेक्सी में काम करने के बाद, नायडू ने मुंबई में आवारा कुत्तों की मदद करने की अपनी पहल के माध्यम से रतन टाटा का ध्यान आकर्षित किया। नायडू की करुणा और रचनात्मकता से प्रभावित होकर, टाटा ने उन्हें अपने निजी सहायक के रूप में एक भूमिका की पेशकश की।
Motopaws: नायडू मोटोपॉज़ के संस्थापक हैं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है जो आवारा कुत्तों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है। यह पहल आवारा कुत्तों के लिए परावर्तक कॉलर बनाने से शुरू हुई, जिससे उनसे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई।
Goodfellows: Shantanu Naidu ने “Goodfellows” की भी स्थापना की, जो एक स्टार्टअप है जो बुजुर्गों को साहचर्य सेवाएं प्रदान करता है। इसका विचार उन्हें रतन टाटा के साथ काम करने के अनुभव और वरिष्ठ नागरिकों के बीच भावनात्मक समर्थन की आवश्यकता को देखकर आया।
Author: उन्होंने I Came Upon a Lighthouse: A Short Memoir of Life with Ratan Tata (2021) नामक पुस्तक लिखी, जिसमें रतन टाटा के साथ मिलकर काम करने की उनकी यात्रा और इस दौरान सीखे गए सबक का वर्णन है।
Social Impact: नायडू सामाजिक उद्यमिता में गहराई से निवेशित हैं और उन पहलों के प्रति जुनून रखते हैं जो सार्थक सामाजिक परिवर्तन लाते हैं, विशेष रूप से पशु कल्याण और बुजुर्गों की देखभाल में।
शांतनु नायडू ने जनता की नजरों में एक विनम्र व्यक्तित्व बनाए रखते हुए, व्यवसाय और सामाजिक दोनों ही कार्यों में अपने योगदान के लिए काफी पहचान हासिल की है।